शनिवार, 19 सितंबर 2015

शराफत के लिए जगह कहाँ  छोड़ी है अडानी जी ने 
एक तरफ बेरोजगारी की मार है और दूसरी तरफ अंध उपभोग की लंपट संस्कृति का अंधाधुंध प्रचार है इनके बीच में घिरे ये युवक युवती लंपटीकरण का शिकार तेजी से होते जा रहे हैं !स्थगित रचनात्मक उर्जा से भरे युवाओं को हफ्ता वसूली ]नशा खोरी ]अपराध और दलाली के फलते फूलते कारोबार अपनी तरफ खींच रहे हैं 

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